UPI  Transaction :  यूपीआई  सेवाओ के लिए शुल्क लगाने की कोई योजना नहीं – वित्त मंत्रालय

UPI  Transaction : रविवार को वित्त मंत्रालय ने बताया कि यूपीआई एकीकृत भुगतान इंटरफेस सेवाओ के लिए कोई शुल्क लागु करने की योजना नहीं है| और लगत वसूली के लिए सेवा प्रदाताओ की चिंता को किसी अन्य माध्यम से पूरा किया जाना चाहिए|  और बयान के कुछ दिनों बाद भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा एक चर्चा पत्र के बाद उपराज्य के धारको ने यूपीआई सेवाओं पर एक टियर चार्ज लगाने की संभावना पर पर्तिक्रिया मांगी थी| यूपीआई वित्त मंत्रालय ने कहा कि डिजिटल सार्वजानिक जनता के लिए है| और उत्पादक लाभ के लिए यह सुविधा अच्छा है|

मंत्रालय ने ट्विट करके कहा कि, सरकार ने पिछले साल डिजिटल पेमेंट के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की थी| और इस साल भी डिजिटल पेमेंट को अपनाने और भुगतान प्लेट फर्मो को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित करने की घोषणा की है| जो किफायती और उपयोगकर्ता के लिए अनुकूल हो| यूपीआई की मदद से ट्रांजैक्शन करने पर किसी तरह का चार्ज नहीं लगता है| रिजर्व बैंक ने पूछा है कि अगर यूपीआई ट्रांजैक्शन पर चार्ज लागू किया जाता है| तो इसे ट्रांजैक्शन वैल्यु के आधार पर लागू किया जायगा|

आरबीआई ने इस चर्चा पत्र में क्या कहा  

17 अगस्त को, भुगतान प्रणालियों में शुल्क पर आरबीआई के चर्चा पत्र ने अपनी नीतियों को संरचित करने और विभिन्न भुगतान सेवाओं या गतिविधियों, जैसे कि UPI, IMPS (तत्काल भुगतान सेवा), NEFT (नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर) के लिए शुल्क को सुव्यवस्थित करने की मांग की। आरटीजीएस (रीयल-टाइम ग्रॉस सेटलमेंट), और डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड और प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट्स (पीपीआई) इस स्तर पर यह दोहराया जाता है, कि आरबीआई ने इस चर्चा पत्र में उठाए गए मुद्दों पर न तो कोई राय ली है और न ही कोई विशेष राय  दी है। फंड ट्रांसफर सिस्टम के रूप में UPI IMPS की तरह है। इसलिए, यह तर्क दिया जा सकता है कि यूपीआई में शुल्क फंड ट्रांसफर लेनदेन के लिए आईएमपीएस में शुल्क के समान होना चाहिए। अलग-अलग राशि बैंड के आधार पर एक टियर चार्ज लगाया जा सकता है, और चर्चा पत्र में भी यही कहा गया है।

UPI ने अभी-अभी हाल में गति पकड़ी है लोग अभी इसे ज्यादा इस्तेमाल कर रहे।  UPI ने जुलाई 2022 में 6.28 बिलियन लेनदेन दर्ज किए, जो छह साल पहले लॉन्च होने के बाद से सबसे अधिक लेनदेन है। और यह मूल्य अवधि में, लेनदेन ₹10.63 ट्रिलियन के मूल्य के थे। जुलाई में लेनदेन की मात्रा और मूल्य जून के स्तर से क्रमशः 7.2% और 4.8% ऊपर थे|

UPI  Transaction क्या है?

UPI  Transaction  हमारे काम को और आसान बना देता है, तो UPI का पूरा नाम  Unified Payments Interface है| 11 अप्रेल, 2016 को एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरु किया गया था| ये एक ऐसा तरीके है जिसके मदद से आप कहीं पे भी किसी भी वक़्त अपने बैंक अकाउंट से पैसे चाहे आप भेज सकते है अपने दोस्त के अकाउंट में या रिश्तेदारों के अकाउंट में, और अगर आपको किसीको पेमेंट करना है| तो भी आप आसानी से UPI के मदद से किसी को भी पैसे दे पाएंगे| किसी भी तरह का पेमेंट आप इसके मदद से कर सकते हैं जैसे अगर आप ने ऑनलाईन  कुछ सामान ख़रीदा है|

तो आप UPI से पेमेंट कर सकते हैं| या फिर आपने बाज़ार जा कर कुछ खरीदारी की है और आपके पास कैश का आप्शन नही है तो भी आप UPI का इस्तेमाल कर सकते हैं| टैक्सी का भाडा, मूवी टिकट के पैसे, ट्रेन टिकट के पैसे, मोबाइल रिचार्ज  और DTH रिचार्ज  ये सभी तरह के पेमेंट आप UPI के जरिये से कर सकते हैं| और ये बिलकुल तेज़ी से और तुरंत आपके सामने ही आपके बैंक अकाउंट से सामने वाले के बैंक अकाउंट में पैसे transfer हो जायेंगे| तो आज कल सभी जगह सब्जी भाजी और मार्केट में हर जगह UPI का इस्तेमाल आसानी से हो जाता है| ना कोई bank details डालने की झंझट ना ही इसमें ज्यादा वक़्त लगता है और सामने वाले को ये भी बताने की जरुरत नहीं होती है 

UPI का इस्तेमाल कैसे करे?

UPI Payment App का उपयोग करना काफी आसान है। और सामान्य जानकारी का उपयोग कर UPI Payment कर सकते हैं। UPI Payment का उपयोग करने के लिए यह जरूरी नहीं कि आप UPI एप्प का ही उपयोग करें। आजकल लगभग सभी वॉलेट जैसे – पेटीएम, गूगल तेज, फोन पे और भीम इसके साथ ही सभी प्रकार के बैंकिंग बैंक के ऐप में भी UPI इनबिल्ट है। आप किसी भी एप का उपयोग करके UPI Payment का सेटअप कर सकते हैं। आपको गूगल पे एप के माध्यम से UPI का उपयोग करना चाहिए। क्योंकि Google Pay के माध्यम से UPI का उपयोग करना बेहद आसान है। और काफी सिक्योर भी है। इसके साथ ही समय-समय पर आपको विभिन्न ट्रांजैक्शन करने पर कैशबैक ऑफर भी मिलता रहता है। UPI Payment, IMPS के आधार पर काम करता है।

IMPS आप अन्य नेट बैंकिंग अप्प के द्वारा भी उपयोग कर सकते हैं। IMPS एक ऐसी सर्विस है जो कि आपको 24*7 उपलब्ध है। अर्थात आप किसी भी दिन इसका उपयोग कर सकते हैं। फिर चाहे वह दिन छुट्टी का ही क्यों ना हो। आप आसानी से पैसों का लेनदेन UPI के माध्यम से कर सकते हैं। UPI में पैसे भेजने की लिमिट भी है और वो limit है per transaction 1 लाख रुपये और पैसे भेजने की फ़ीस लगती है| यानि की आपको पैसे भेजने के लिए भी ज्यादा पैसे खर्च नहीं करने पड़ेंगे और आप instant पैसे transfer करने का लाभ भी उठा पाएंगे| और आपका काम भी बेहद असं हो जायगा|

UPI  Transaction से लोगो को सुविधा

  • यूपीआई पेमेंट लोगो के लिए अच्छी सुविधा है| ऑनलाइन रिपोर्ट प्रसारित होने के बाद कि यूपीआई लेनदेन में सेवा शुल्क होने की संभावना हो सकती है, वित्त मंत्रालय ने रविवार को इस खबर का खंडन किया।
  • वर्तमान में, UPI के माध्यम से किए गए लेनदेन पर कोई शुल्क नहीं लगाया जाता है।
  • भुगतान प्रणाली में शुल्क पर इस महीने की शुरुआत में जारी आरबीआई चर्चा पत्र ने सुझाव दिया| कि यूपीआई भुगतान विभिन्न राशि ब्रैकेट के आधार पर एक स्तरीय शुल्क के अधीन हो सकते हैं।
  • आरबीआई चर्चा पत्र में कहा गया है, फंड ट्रांसफर सिस्टम के रूप में यूपीआई आईएमपीएस की तरह है| और इसलिए, यह तर्क दिया जा सकता है कि यूपीआई में शुल्क फंड ट्रांसफर लेनदेन के लिए आईएमपीएस में शुल्क के समान होना चाहिए।
  • इससे पहले, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने जुलाई में यूपीआई लेनदेन को 6 अरब पार करने की सराहना की थी। जुलाई में डिजिटल लेनदेन की संख्या 2016 के बाद सबसे अधिक थी।
  • नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, यूपीआई ने 6.28 बिलियन लेनदेन की राशि ₹10.62 ट्रिलियन की सूचना दी।
  • सरकार ने पिछले साल #DigitalPayment के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की थी और इस वर्ष भी #DigitalPayments को अपनाने और भुगतान प्लेटफार्मों को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित करने की घोषणा की है| जो किफायती और उपयोगकर्ता के अनुकूल हैं,” वित्त मंत्रालय ने भी एक ट्वीट में यही कहा।
  • भारत में, RTGS और NEFT भुगतान प्रणाली का स्वामित्व और संचालन RBI के पास है। IMPS, RuPay, UPI, आदि जैसी प्रणालियाँ, भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) के स्वामित्व और संचालित हैं।
  • सरकार ने 1 जनवरी, 2020 से UPI लेनदेन के लिए एक शून्य-शुल्क ढांचा अनिवार्य कर दिया है। इसका मतलब है कि UPI में शुल्क उपयोगकर्ताओं और व्यापारियों के लिए समान रूप से शून्य हैं।
  • जैसा कि 08 दिसंबर, 2021 को विकासात्मक और नियामक नीतियों पर वक्तव्य में घोषित किया गया था| केंद्रीय बैंक ने जनता की प्रतिक्रिया के लिए “भुगतान प्रणालियों में शुल्क” पर एक चर्चा पत्र जारी किया, आरबीआई ने एक बयान में कहा। परिचर्चा पत्र 17 अगस्त को जारी किया गया था।
  • विश्व स्तर पर सबसे सफल रीयल-टाइम भुगतान (आरटीपी) प्रणालियों में से एक के रूप में गिना जाता है, यूपीआई ने 2021 में 940 बिलियन अमरीकी डालर (39 बिलियन लेनदेन) की मात्रा देखी, जो भारत के सकल घरेलू उत्पाद के 31 प्रतिशत के बराबर है।

UPI  Transaction को लेकर RBI  में मतभेद

यूपीआई से भुगतान करने पर चार्ज लिया जाना चाहिए या नहीं इसपर आप आरबीआई को अपने सुझाव दे सकते हैं। आंकड़ों के मुताबिक, देशभर में हर महीने यूपीआई पेमेंट का इस्तेमाल करने वाले लोगों की संख्या दिनों-दिन बढ़ रही है। और आंकड़े बताते हैं कि देश में कुल 500 करोड़ से भी ज्यादा ट्रांजैक्शन सिर्फ बीते जून-जुलाई के महीने में किए गए हैं। इसमें कुल 10.2 लाख रुपये की रकम की लेन देन की गई है। देश में यूपीआई इस्तेमाल करने वालों की दर में करीब 7 फीसदी से ज्यादा जनसँख्या की वृद्धि हुई है।

ट्रांजैक्शन की वैल्यु साल दर साल 4.76 फीसदी बढ़ रही है| इसपर  डिस्कशन पेपर में यूपीआई ट्रांजैक्शन पर चार्ज (Merchant Discount Rate) लगाने की चर्चा की गई है| चार्ज कितना होगा,क्या होगा  इसके लिए इस पर अभी कोई चर्चा नही हुयी| वित्त मंत्रालय ने यूपीआई चार्ज लगने से इंकार कर दिया है| कि यूपीआई लेनदेन अब भी पहले की तरह मुफ्त बना रहेगा| और सरकार इस पर कोई शुल्क (UPI Charges) नहीं वसूलने जा रही है|

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