Soniya Gandhi 76 Birthday Anniversary

Soniya Gandhi 76 Birthday Anniversary : सोनिया गांधी कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी का 76वां जन्मदिन मनाने के लिए गांधी परिवार रणथंभौर पहुंचा हुआ है। जहां गांधी परिवार तीन दिन तक साथ रहेंगे। अभी हाल में गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा के चुनाव परिणाम में गुजरात में पार्टी को काफी नुकसान हुआ है। तो हिमाचल प्रदेश में स्पष्ट अच्छा बहुमत मिला है। वहां पर कांग्रेस का पल्ला साफ है। रणथम्भौर में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम को लेकर चर्चा हो सकती है।

राजस्थान में भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के आपसी विवाद को सुलझाने पर भी विचार किया जा सकता है। रणथम्भौर में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा की एक साथ मौजूदगी के राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं। इस दौरान कांग्रेस व गांधी परिवार के निर्णय में अहम भूमिका निभाने वाले कुछ खास लोग भी आ सकते हैं। गांधी परिवार का 3 दिन तक रणथंभौर में रुकने का संभावना बताया जा रहा है। हालांकि होटल शेर बाग में 12 दिसंबर तक अन्य पर्यटकों की बुकिंग बंद कर दी है।

Soniya Gandhi Biography

सोनिया गाँधी, इटली (Italy) में जन्मी एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं, जिन्होंने सन 1998 के बाद से “भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी” की अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। वे भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के जी की पत्नी हैं, जोकि नेहरु गाँधी परिवार से सम्बन्ध रखते थे।

सन 1991 में सोनिया गाँधी के पति की हत्या के बाद, कांग्रेस के नेताओं द्वारा उन्हें सरकार में शामिल करने के लिए आमंत्रित किया गया था, किन्तु उन्होंने इसके लिए इंकार कर दिया। उन्हें सार्वजानिक रूप से पार्टी द्वारा लगातार उकसाया जाने लगा, फिर भी वे राजनीती से दूर रहीं। फिर कुछ समय बाद वे सन 1997-1998 में राजनीती से जुड़ने के लिए राजी हो गई, और वे कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष चुनी गई।

Sonia Gandhi with Rahul Gandhi
Sonia gandhi with rahul gandhi

सन 2004 के बाद से लोकसभा में सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। सितम्बर सन 2010 में, चौथी बार पुनः निर्वाचन में, वे कांग्रेस पार्टी के 125 साल के इतिहास में सबसे लम्बे समय तक सेवारत अध्यक्ष बनी रहीं. सोनिया गाँधी का विदेशी मूल का होकर भारतीय राजनीती में कदम रखना बहुत से विवाद और बहस का विषय रहा है।

इसके अलावा सोनिया गाँधी की इटली के एक व्यापारी जिन पर बोफोर्स कांड में एक बिचौलिया होने का आरोप लगाया गया था, के साथ कथित दोस्ती होने के कारण भी वे विवादों से घिरी थी। फिर बाद में आजादी के बाद सोनिया गांधी कांग्रेस पार्टी की नेता बन गई।

Soniya Gandhi की शिक्षा

सोनिया गांधी सन 1964 में सोनिया गाँधी, कैम्ब्रिज शहर में “बेल एजुकेशन ट्रस्ट के भाषा स्कूल” में अंग्रेजी का अध्ययन करने के लिए चली गई। सन 1965 में एक ग्रीक रेस्तरां में उनकी मुलाकात राजीव गाँधी जी से हुई, जिन्होंने “कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय” के “ट्रिनिटी कॉलेज” में दाखिला लिया था।

दरअसल सोनिया सन 1965 में कैम्ब्रिज के एक “स्माल लैंग्वेज कॉलेज” में छात्रा थीं, उसी विश्वविद्यालय के रेस्तरां में वे एक वेट्रेस के रूप में काम किया करती थीं। तब वहाँ उनकी मुलाकात एक सुंदर युवा इंजीनियरिंग छात्र से हुई, जोकि राजीव गाँधी ही थे।  कुछ समय पश्चात सन 1968 में सोनिया ने राजीव गाँधी से हिन्दू धर्म के अनुसार शादी की,

Soniya Gandhi फैमली

सोनिया गांधी के एक बेटा है, राहुल गांधी जो राजनीतिज्ञ है, और एक बेटी प्रियंका गाँधी जिनका जन्म सन 1972 में हुआ। सोनिया और राजीव गाँधी दोनों ही अपने परिवार से जुड़े राजनीति कैरियर से दूर रहते थे। राजीव गाँधी एयरलाइन पायलट में काम किया करते थे और सोनिया घर में अपने परिवार की देखभाल किया करती थीं।

सन 1977 में जब इंदिरा गाँधी देश की प्रधानमंत्री थी, तब देश में संकट आया तो राजीव गांधी ने परिवार के साथ कुछ समय के लिए विदेश में रहने का विचार किया। राजीव गांधी के छोटे भाई संजय गांधी का मृत्यु होने के बाद 1984 में इंदिरा गाँधी की मौत के बाद, राजीव गाँधी ने राजनीती में प्रवेश करने का फैसला किया।

Soniya Gandhi Politics मे कब आई

सन 1991 में राजीव गाँधी की हत्या कर दी गई, और उसके बाद सोनिया ने प्रधानमंत्री बनने के लिए इंकार कर दिया, फिर पार्टी के लोगों ने नरसिम्हा राव को चुना, जोकि पहले नेता और बाद में प्रधानमंत्री बने। कुछ सालों के बाद हालांकि कांग्रेस पार्टी सन 1996 में चुनाव हार गई।

कुछ सीनियर अध्यक्ष जैसे माधवराव सिंधिया, राजेश पायलट, नारायण दत्त तिवारी, अर्जुन सिंह, ममता बनर्जी, जी.के. मूपनर, पी. चिदंबरम और जयंती नटराजन, इसके आलावा और भी कई वरिष्ठ नेताओं ने निवर्तमान राष्ट्रपति सीताराम केसरी के खिलाफ खुला विद्रोह किया, और इनमें से कुछ ने पार्टी छोड़ दी और कांग्रेस कई भागों में बंट गया। कांग्रेस पार्टी को वापस से जोड़ने के लिए, सोनिया जी सन 1997 में कलकत्ता पूर्ण सत्र में एक प्राथमिक सदस्य के रूप में कांग्रेस पार्टी में शामिल हुईं और सन 1998 में पार्टी की नेता बन गईं।

सोनिया गाँधी की विवादास्पद स्थिति

सोनिया गाँधी को अपने जीवन में राजनीति के कारण कई विवादास्पद स्थितियों का सामना करना पड़ा है। जो इस प्रकार है।

  • 1 बोफोर्स कांड के दौरान एक विदेशी व्यापारी के साथ उनकी दोस्ती थी, जिसके कारण वे विवादों से घिरी रहीं।
  • 2 सोनिया पर कांग्रेस पार्टी के तीन बड़े नेता शरद पवार, तारिक अनवर और पी.ए. संगमा ने, मई सन 1999 में प्रधानमंत्री के पद के लिए उनकी क्षमता पर सवाल उठाया
  • 3 सोनिया ने पार्टी के अध्यक्ष के अधिकार से उन तीनों नेताओं से इस्तीफा देने को कहा। पार्टी के लोगों ने उनका समर्थन कर उन तीनों नेताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया।
  • 4 सन 1980 में सोनिया ईटालियन नागरिक होने के बावजूद भी उनका नाम दिल्ली की मतदाता सूची में दिखाई दिया, जोकि भारतीय कानून के खिलाफ हैं।
  • 5 सन 1983 में फिर से सामने आया, जब इनका नाम मतदाता सूची में दिखाई दिया, क्यूकि जनवरी सन 1983 में पंजीकरण के लिए समय सीमा तय की गई थी और अप्रैल सन 1983 में सोनिया को भारतीय नागरिकता प्राप्त हुई।
  • 6 सन 1983 में फिर से सामने आया, जब इनका नाम मतदाता सूची में दिखाई दिया, क्यूकि जनवरी सन 1983 में पंजीकरण के लिए समय सीमा तय की गई थी और अप्रैल सन 1983 में सोनिया को भारतीय नागरिकता प्राप्त हुई।

प्रधानमंत्री मोदी ट्वीट कर सोनिया गांधी को दी जन्म दिन की बधाई

सोनिया गांधी के जन्म दिन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर दी बधाई। पीएम मोदी ने सोनिया गांधी की लंबी जीवन और स्वस्थ रहने की कामना की है। नरेंद्र मोदी सहित और कई मंत्रियों ने दी सोनिया गांधी को बधाई।

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