Pm Narendra Modi : प्रधान मंत्री pm नरेन्द्र मोदी जी ने 15 अगस्त को जो भाषण दिया, उसमे उन्होंने 2047 की चर्चा की यानि की जब 2047 में होंगे तब आजादी के पुरे सौ साल मना चुके होंगे| तब क्या भारत डेवलप देश बन पायगा या नही| उद्ध्योग चैंबरों ने प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने में भारतीय उद्योग जगत की अहम भूमिका को भी अंकित किया है| भारत के स्वतंत्रता दिवस पर उनका पूरा भाषण देश की आन बान और शान के लिए समर्पण रहा है। प्रधान मंत्री pm नरेन्द्र मोदी जी ने देशवासियों को उस वक्त के लिए आगे बढ़ने की बात कही जब देश 2047 में आजादी के 100 साल का जश्न मना रहा होगा।
प्रधान मंत्री pm नरेन्द्र मोदी जी ने कहा कि अब हमें बड़ा लक्ष्य लेकर चलना होगा। हमें हमारे देश को विकसित राष्ट्र बनाने का सपना को पूरा करना होगा| उन्होंने एकता, अनुसंधान, आत्मनिर्भरता, नई शिक्षा जैसे कई महत्वपूर्ण प्रयासों की बात की जिस पर चलकर देश विकसित भारत के लक्ष्य को हासिल कर सकता है। प्रधानमंत्री ने आह्वान किया है कि भारत के लिए विकसित राष्ट्र के दर्जे को प्राप्त करने से कम पर बात नहीं बनेगी जो हम सबके लिए बहुत ही प्रेरणादायी है। लाल किले की प्राचीर से 76वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अगले 25 साल की यात्रा देश के लिये काफी महत्वपूर्ण है।
15 अगस्त पर मोदी जी का भाषण
लालकिले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संदेश दिया और देशवासियों को संकल्प दिलाया कि अब हमें रुकना नहीं है| अगले 25 साल में भारत को विकसित राष्ट्र बनाना ही होगा। उन्होंने इतिहास में भुला दिए गए उन क्रांतिकारियों को याद किया जिन्हें आजादी का अमृत महोत्सव में नमन किया जा रहा है। आजादी के 76वें स्वतंत्रता दिवस (76th Independence Day) पर पीएम ने एक और बड़ी बात कही। उन्होंने कहा कि किसी न किसी कारण से हमारे अंदर यह विकृति आई है। हमारे बोलचाल में, हमारे व्यवहार में, हमारे कुछ शब्दों में.. हम नारी का अपमान करते हैं… क्या हम स्वभाव से, संस्कार से, रोजमर्रा की जिंदगी में नारी को अपमानित करने वाली हर बात से मुक्ति का संकल्प ले सकते हैं.. मोदी यह बोलते हुए भावुक हो गए। वह बोलते-बोलते कुछ देर के लिए रुक भी गए।
गरीबी एवम भुखमरी
भारत में गरीबी दशा बढ़ ही रही थी और सरकारी आंकड़े 2011-12 के मुताबिक, भारत की लगभग 22% आबादी यानी 27 करोड़ लोग गरीबी रेखा से नीचे हैं। हालांकि, वर्ल्ड बैंक की अप्रैल में रिपोर्ट आई थी, जिसमें अनुमान लगाया गया था कि भारत में गरीबी कम हुई है। वर्ल्ड बैंक के मुताबिक, भारत में 2011 में 22.5% आबादी गरीब थी, जो 2019 में घटकर 10.2% हो गई। यानी, 8 साल में भारत में 12 फीसदी गरीबी घट गई। इंटरनेशनल लेबर ऑर्गनाइजेशन (ILO) की एक रिपोर्ट बताती है कि विकसित और विकासशील देशों में सबसे बड़ा अंतर वहां की गरीबी है। वर्ल्ड बैंक ने गरीबी रेखा की परिभाषा तय की है। इसके मुताबिक, अगर हर दिन कोई व्यक्ति 2.15 डॉलर (170 रुपये के आसपास) से कम कमा रहा है, तो उसे काफी हद तक गरिब माना जाएगा।
Pm Narendra Modi धरती से जुड़ें रहने की बात कही
प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा हमारी विरासत और भारत पर हमें गर्व होना चाहिए। जब हम अपनी धरती से जुड़ें रहेंगे , तभी तो ऊंचा उड़ेंगे। जब हम ऊंचा उड़ेंगे, तभी हम विश्व को भी समाधान दे पाएंगे।’ मोदी ने कहा कि मेरा अनुभव कहता है कि एक बार हम सब संकल्प लेकर चल पड़ेंगे, तो हम निर्धारित लक्ष्यों को पार कर लेते हैं। हमारे नौजवान आज नई-नई खोज के साथ दुनिया के सामने आ रहे हैं| ऐसे में हमें गुलामी की मानसिकता को श्रधांजलि देनी पड़ेगी| अपने सामर्थ्य पर भरोसा करना होगा, और आगे बढ़ना होगा|
विद्यार्थियों को पोस्टकार्ड महत्त्व समझायेंगे Pm Narendra Modi
आजादी के 76 वे अमृत महोत्सव के अंतर्गत डाक विभाग एवं स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा देश के सभी जिलों में 75 लाख पोस्टकार्ड अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में देश के सभी राज्यों के शिक्षा बोर्ड के साथ-साथ सीबीएसई से संबंधित स्कूलों के कक्षा चौथी से बारहवीं तक के छात्र भाग लेंगे। प्रतियोगिता में प्रतिभागियों द्वारा स्वतंत्रता संग्राम के अकीर्तित नायक या 2047 में भारत की परिकल्पना के विषय पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पोस्टकार्ड लिखे जाएंगे। पोस्टकार्ड लेखन संविधान में अधिसूचित किसी भी भाषा में किया जा सकता है। अभियान के दौरान संबंधित विद्यालय पोस्टकार्ड लेखन के लिए अपने-अपने यहां एक दिन प्रतियोगिता आयोजित करेंगे और सभी प्रविष्टियों की जांच कर अपने विद्यालय की सर्वश्रेष्ठ 10 प्रविष्टियों को पोर्टल पर स्कैन करके अपलोड किया जाएगा। प्रतियोगिता में लिखे गए सभी पोस्टकार्ड विशेष बैग के माध्यम से डाक विभाग द्वारा प्रधानमंत्री को भेजे जाएंगे।
Pm Narendra Modi भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग
प्रधानमंत्री ने आज भ्रष्टाचार और परिवारवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई छेड़ने का भी आह्वान कर दिया। उनकी इस घोषणा के कई मायने निकाले जा रहे हैं। पीएम ने संकेत दे दिया है कि उनकी सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर आगे बढ़ेगी| और हाल के दिनों की तरह आगे भी ताबड़तोड़ ऐक्शन देखने को मिल सकते हैं। इतना ही नहीं, पीएम ने इसे अपनी सांविधानिक और लोकतांत्रिक जिम्मेदारी बताते हुए इस जंग में देशवासियों का साथ मांगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि इन दोनों विकृतियों का समय रहते समाधान नहीं किया गया तो यह विकराल रूप ले सकती हैं। इसलिए हमें भ्रष्टाचार के खिलाफ पूरी ताकत से लड़ना है।
पहली बार ‘मेड इन इंडिया’ पर भी Pm Narendra Modi ने बात की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेड इन इंडिया तोप का जिक्र करते हुए गर्व से भर गए। और उन्होंने कहा कि देश की आजादी के 75 साल बाद पहली बार लाल किले पर तिरंगे को सलामी देने के लिए ‘मेड इन इंडिया’ तोप का इस्तेमाल किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि ‘आत्मनिर्भर भारत’ कोई सरकारी कार्यक्रम नहीं, बल्कि यह समाज का जन आंदोलन है जिससे सबको लेकर आगे बढ़ाना है। Pm Narendra मोदी ने कहा आजादी के 75 साल के बाद जिस आवाज को सुनने के लिए हमारे कान तरस रहे थे। आज 75 साल के बाद वो आवाज सुनाई दी है। 75 साल के बाद लाल किले पर तिरंगे को सलामी देने का काम पहली बार ‘मेड इन इंडिया’ तोप ने किया है। यह भारत देश की आत्मनिर्भर को दर्शाता है|
देश को डेवलप बनाने के लिए क्या करेंगे भारत
किसी भी देश की आर्थिक सेहत कैसी है, इसका पता ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट यानी जीडीपी से लगाया जाता है। और इस समय दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका है। वर्ल्ड बैंक के मुताबिक, 2021 में अमेरिका की जीडीपी करीब 23 ट्रिलियन डॉलर थी| वही दूसरे नंबर पर चीन है| जिसकी जीडीपी लगभग 18 ट्रिलियन डॉलर है। सबसे ज्यादा जीडीपी के मामले में भारत अभी दुनिया में 7वें नंबर पर है। वर्ल्ड बैंक के आंकड़े बताते हैं कि 2021 में भारत की जीडीपी 3.17 ट्रिलियन डॉलर रही थी। यानी, अभी अमेरिका और भारत की जीडीपी में लगभग 20 ट्रिलियन डॉलर का अंतर है। देश को डेवलप बनाने के लिए इस तरह से कार्य को प्रगतिशील बनाना होगा|
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