Lightning Strike Meaning : हम जिस जगह में रह रहे है, वंहा पर चारो तरफ पानी ही पानी है| जैसे की हम बता रहे है, हमारे चारो तरफ हिन्द महासागर, बंगाल की खाड़ी, अरब महासागर है| जिसकी पानी ऊपर की तरफ उठता है दरसल पानी के ऊपर जाने पर वेपर एनर्जी निकलना शुरू होता है, तो निचे से ऊपर की ओर जो बर्फ बादल में बनती जा रही है, और आपस में टकरा रही है,तब दो बर्फ के घर्षण से इलेक्ट्रोन बाहर निकल रहे है|
और इसी इलेक्ट्रान के निकलने से बिजली उत्पन्न होती है| मतलब यह होता है, की वह पानी की बुँदे ऊपर जाकर एक बादल से दुसरे बदल में टकरा रही है| और इलेक्ट्रोन का आवागमन होता रहता है, जिसकी वजह से बिजली चमकती है| ये विपरीत दिशा में जाए हुए टकराते हैं। इससे होने वाले टकराव से बिजली पैदा होती है जो धरती पर गिरती है।
Lightning Strike Meaning क्यों गिरती है आकाशीय बिजली ?
आसमान में विपरीत एनर्जी के बादल हवा से घूमते रहते रहते हैं। यही बादल विपरीत दिशा में जाते हुए आपस में टकराते रहते हैं। इससे होने वाले रगड़ाव (घर्षण) से बिजली उत्पन्न होती है| और वह धरती पर गिरती है। धरती पर पहुंचने के बाद बिजली को कंडक्टर की जरूरत पड़ती है। लोहे के खंभों के अगल- बगल से जब आकाशीय बिजली गुजरती है तो वह कंडक्टर का काम करता है।
उस समय कोई व्यक्ति यदि उसके संपर्क में आता है तो उसकी जान तक जा सकती है। कि आसमानी बिजली (thunderstorm) का असर इंसानों पर कई गुना ज्यादा होता है। डीप बर्न होने के कारन सेल्स डैमेज हो जाते हैं। और उनको आसानी से ठीक नहीं किया जा सकता है।बिजली का असर सबसे ज्यादा नर्वस सिस्टम पर पड़ता है। जिससे भारी नुकशान हो सकते है।
हार्ट अटैक से लोग मर जाते है,, इसके प्रभाव से शारीरिक जीवन पर बुरा प्कारभाव पड़ता है, जिससे खतरा होने का कारण होता है।
जब मॉनसून आते है, तो आकाश से बिजली गिरने की कारण बढ़ जाती हैं। जिससे हमें बचकर रहना होता है
इसके चलते उत्तर प्रदेश में कई लोगों की मौत हो गई। बिजली चमकना एक प्राकृतिक घटना है।
ज्यादा गर्मी और नमी होती है, तो बिजली में तरह-तरह के बादल क्लाउड’ बन जाते हैं, और यही बादल का थंडर क्लाउड तूफ़ान का नया रूप ले लेते हैं।
यह करीब 8-10 किलोमीटर ऊंचे इन बादलों के निचले हिस्से में निगेटिव और ऊपरी हिस्से में पॉजिटिव चार्ज ज्यादा रहता है।
दोनों के बीच डिफ़रेंस कम होने के कारण तेजी से होने वाला डिस्चार्ज बिजली चमकने या जोर से कड़कड़ाने लग जाता है।
Lightning Strike Meaning खतरनाक होने की वजह ?
बहुत ज्यादा बारिश होने के कारण जोरों की हवाएं चलती हैं। और जब हवाएं चलती हैं| तब ज़मीन पर लगे घास आपस में टकराते हैं। घासों के टकराने पर एक घर्षण पैदा होता है उस घर्षण से चार्ज बनता है। जिसका नेगेटिव चार्ज नीचे चला जाता है लेकिन पॉज़िटिव ऊपर ही रह जाता है। इसी पॉज़िटिव चार्ज की ओर आसमान पर नेगेटिव चार्ज आकर्षित होता है, जिसे हम साइनटीफिक तरीके से आकाशीय बिजली का गिरना कहते हैं।
- आकाशीय बिजली कितना खतरनाक होता है ये तो सभी जानते इसका अंदाजा आप इन बातों से लगा सकते हैं।
- आसमानी बिजली का वोल्टेज की भाती 10 करोड़ से भी ज्यादा होता है ।
- आसमानी बिजली का वोल्टेज 10,000 का Amp होता है, जबकि घर में रखे फ्रिंज, टीवी,कूलर और एसी का उपयोग सिर्फ 5 Amp से होता है।
- इसका तापमान 27,000° C से 30,000° C होता है जो सूर्य के तापमान से भी अधिक है।
- इसकी समय की अवधी बहुत कम होती है और यही कारण है कि ये 0.0005, ज़्यादा खतरा उत्पन्न नहीं कर सकता है।
Lightning Strike Meaning इमारत या पेड़ पर गिरती है?
जब भी आकाशीय बिजली गिरती हैं, तो किसी पेड़ या किसी ऊँची ईमारत पर ही गिरती है| या किसी बिजली वाले लोहे के खम्बे के आसपास ही गिरती है| और जब चार्ज बादल पृथ्वी के किसी ऊंचे पेड़ या इमारत के पास से गुजरता है| तो उसके चार्ज के खिलाफ इमारत या पेड़ में विपरीत चार्ज पैदा हो जाता है, जब ये मात्रा ज्यादा होती है|
तो बादल से बिजली उस इमारत या पेड़ में बहने लगती है| इसी को बिजली का गिरना कहा जाता है, यदि आकाशीय बिजली चमक रही है. आपके सिर के बाल खड़े हो जाएं। तुरंत नीचे तरफ झुककर कान बंद करे, ये इस बात का संकेत है कि आपके आसपास बिजली गिरने वाली है|
Lightning Strike Meaning आकाशीय बिजली से कैसे करें बचाव ?
यदि आपको आकाशीय बिजली चमकने और बादलों से गड़गड़ाहट की आवाज आने पर अगर आप घर के भीतर हों तो बिजली से संचालित उपकरणों से दूर रहें| तार वाले टेलीफोन का उपयोग बिल्कुल नहीं करें| खिडकियां व दरवाजे बंद कर दें, बरामदे और छत से दूर रहें. इसके अलावा वो वस्तुएं जो बिजली के सुचालक हैं उनसे भी दूर रहना चाहिए| धातु से बने पाइप, नल, फव्वारा, वाश बेसिन आदि के संपर्क से दूर रहना चाहिए|
- यदि किसी आप खुले जगह पर हैं, तो तुरंत किसी अच्छे जगह पर पहुचे, और घर की खिड़की, दरवाजे, बरामदे छत से दूर रहें।
- बिजली के सुचालक चीजो से दूर रहें, और जैसे कि लोहा तम्बा आदि से बने वस्तुए से दुरी बनाये रखे।
- लोहे के बने किसी भी चीजो से दूर रहे और उसके पास में ना जाये वंहा पर जाने से खतरा और बढ़ जायगा।
- हाई बिल्डिंग वाले क्षेत्रों में ना जाये क्योंकि वहां वज्रपात होने का दर ज्यादा होता है। तो किसी बड़े बिल्डिंग में छुपने की बजाय छोटे घर पर ही रुके।
- बारिश के दौरान खुले में या बालकनी में मोबाइल पर बात न करें।
- तालाब, जलाशयों और स्वीमिंग पूल से दूरी बनाएं।
- लोगो एक जगह इकट्ठे खड़ा न करे, बल्कि दूर-दूर खड़े हों। ताकि खतरा ना हो और इसके ध्यान रहें, कि पास में बिजली या किसी अन्य इलेक्ट्रिक वायर ना हो
- अगर आप कार या बस वाहन में हैं तो ठीक है,, लेकिन अगर आप टू व्हीलर पर है तो ये खतरे से खाली नही है, और बाईक से दूर हट जाए ।
- अगर बिजली गिर जाए तो सबसे प्रभाव उसके सिर, कंधे और गले पर होता है। इसलिए बिजली गिरने वाली जगह से दुरी बनाये रखे।
कहां-कहां गिर सकती है बिजली ?
अगर रास्ते में आप कहीं जा रहे हैं, और अचानक जोरो की बारिश होने लगे ऐसी परिस्थिति में अगर आपके आस-पास कोई पेड़ पौधा है तो भूलकर भी वहां न जाएं। अक्सर हम खुद को बचाने के लिए पेड़ के नीचे खड़े हो जाते हैं लेकिन हमें ऐसा नहीं करना चाहिए।
अगर आपको बिजली के प्रकोप से बचना है, तो पौधों के करीब न जाए जिन पौधों से तरल पदार्थ निकली है| वह सबसे ज्यादा खतरा होता है।
मोबाइल के पास|
मोबाइल टॉवर के पास|
लोहे के खिड़की के पास|
तालाब,समुन्द्र ,नहर या नदी में|
छतरी पर|
समूह में खड़े लोगों पर|
ऊंची इमारतों पर|
कब और कहाँ ज्यादा बिजली गिरी है
भारत में हर वर्ष बारिश होती है, बाढ़ आती है, तूफान आते है, यहाँ तक की अभी-अभी लखनऊ में भूकंप का कहर भी देखने को मिला है| आकाशीय बिजले से साल 2021 में 200 से ज्यादा लोग मारे गए है| और साल 2022 में 400 लोग इनके चपेट में आये है| बिजली गिरने की संभावना सबसे ज्यादा बिहार में पाया गया है| और बात करे 2019-20 की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार बिजली गिरने से सबसे ज्यादा मौत 25 से 31 जुलाई के बीच दर्ज की गई|
अभी का अगर सबका अकड़ा किया जाये, तो भारत में लगभग 4 लाख से ज्यादा बार बिजली गिरने की दुर्भाघटना हुयी है जिससे कि उत्तर पूर्वी राज्य और छोटा नागपुर पठार का इलाका बिजली गिरने के मामले में सबसे आगे पाया गया है| आकाशीय बिजली बहुत खतरनाक होती है| जिस किसी को थोडा सा करेंट भी लग जाये तो उनकी मौत तुरंत ही हो जाती है| इसलिय अपना बचाव का ध्यान खुद रखे| और ऐसे जगह से दूर रहे जहाँ पर बिजली गिरने की सम्भावना हो।
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