Twin Tower Noida : 28 अगस्त को नोएडा के सेक्टर-93ए स्थित सुपरटेक ट्विन टावर को ध्वस्त जायेगा| जिसके लिए तेजी से कार्य किया जा रहा है। वहीं, इसको ध्वस्त होते ही धूल का गुबार उठेगा। इससे वायु प्रदूषण (Air Pollution) पांच गुना तक बढ़ सकता है। इसके कारण अगले 7 से 90 दिनों तक लोगों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। इसे बचे के लिए नोएडा के फिनिक्स हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉ डीके गुप्ता ने कुछ समाधान बताए है। डॉ डीके गुप्ता ने बताया कि लोगों को कुछ दिन के लिए बहार चले जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने लोगों को ज्यादा से ज्यादा घर में रहने के लिए कहा है। नोएडा के सुपरटेक ट्विन टावरों को गिराने (Twin Tower Demolition) की तारीख अब करीब आ गयी है कल 28 अगस्त को ट्वीन टावर को गिराया जायगा|
दोपहर 2.30 बजे ब्लास्ट के बाद आकाश में करीब 300 मीटर की ऊंचाई तक धूल का गुबार उड़ेगा| इतना ही गुबार चारों तरफ भी फैलेगा| डॉक्टरों का मानना है कि ब्लास्ट के वक्त और उसके कुछ दिनों बाद तक भी लोगों को इसके आस-पास रहना मुश्किल जाएगा| बढ़ते प्रदूषण के कारण लोगों को गुड़ का सेवन करने की सलाह दी गयी है, क्योंकि गुड़ का सेवन करने से प्रदूषण के कारण होने वाली समस्याओं से काफी हद तक बचा जा सकता है| दरअसल, गुड़ शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है| और शरीर में होने वाले इन्फेक्शन्स को कई हद तक रोकता है| तो इस ट्वीन टावर के ध्वस्त होने पर जो भी palution होगा, तो अपने शरीर की शाररिक सुरक्षा के लिए सेफ्टी जरुर रखे| इसमें कई लोगो को अस्थमा जैसे बीमारी का भी सामना करना पड़ सकता है|
Twin Tower Noida ध्वस्त होने से बढ़ेंगी अस्थमा
ध्वस्त होने के बाद आसपास के लोगों को महीनों तक स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हो सकती है। 90 दिनों तक लोगों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। केरल के कोच्चि और मराडु में जनवरी 2020 में चार टावर होली फेथ एच 20, अल्फा सिरीन, जैन कोरल कोव व गोल्डन कायल ओरम के ध्वस्तीकरण के बाद आसपास के लोगों को महीनों तक स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हुई थीं। चारों टावर गिरने से 75 हजार टन का मलबा निकला था। इसे हटाने के लिए 70 दिनों से अधिक का समय लगा था। टावर ध्वस्तीकरण के बाद वातावरण में वायु प्रदूषण पांच गुना तक बढ़ गया था। इसके कारण आसपास के लोगों का स्वास्थ्य खराब हो रहा था। इस दौरान प्रशासन को स्वास्थ्य शिविर लगाना पड़ा था।
टावर ध्वस्तीकरण के बाद आसपास के घर, पेड़, दीवार, पार्क सहित खाली जगह पर धूल जम गई थी। हल्की हवा चलने पर भी लोगों के घरों में धूल घुस जाती थी। जिससे कई लोग अस्थमा का भी शिकार हो गए थे| फेलिक्स अस्पताल के चेयरमैन डॉ डी. के. गुप्ता का कहना है कि टावर ध्वस्तीकरण प्रक्रिया के दौरान 10 से 15 किलोमीटर के एरिया में ध्वनि प्रदुषण एवं वायु प्रदूषण के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है , लेकिन टावर ध्वस्त होते ही यह परेशानी एक दम से बढ़ जाएगी। और लोगो में बीमारी का कारन भी बढ़ जायगा अभी बारिश का मौसम पूरी तरह ख़तम अनहि हुवा है| ऐसे में संक्रमण का बढ़ना लाजमी है|
Twin Tower Noida लोगों को विशेष ध्यान बरतने की जरूरत”
ट्वीन टावर के ध्वस्तीकरण के बाद एपेक्स व सियान टावर से ढाई लाख टन मलबा निकलने का अनुमान है। ध्वस्तीकरण से धूल का गुबार करीब डेढ़ सौ मीटर की ऊंचाई में उठने की संभावना है। इसको नियंत्रित करने के लिए आटोमैटिक वाटर स्प्रिंकलर के साथ वाटर टेंडर मौजूद रहेगा। जबकि धूल का गुबार कितनी दूरी तक जाएगा, यह हवा की रफ्तार पर निर्भर करेगा। एमराल्ड कोर्ट सोसायटी और एटीएस विलेज सोसायटी इससे सबसे अधिक प्रभावित रहेंगी। इसके कारण सांस संबंधी बीमारियों से ग्रसित लोगों को विशेष ध्यान बरतने की जरूरत है। और सभी को अपने-अपने सेहत का ख्याल अच्छे से रखने की जरुरत है|
Twin Tower Noida कितना दूर तक फैलेगा वायु प्रदूषण
27 अगस्त तक नोएडा के सेक्टर-137 स्थित फेलिक्स अस्पताल में भर्ती करा दिया जाएगा| एम्बुलेंस से उन्हें अस्पताल तक पहुंचाया जाएगा| इस दौरान उनसे किसी भी तरह की फीस या इलाज का खर्चा नहीं लिया जाएगा| फेलिक्स अस्पताल के चेयरमैन डॉ डी. के. गुप्ता का कहना है कि टावर ध्वस्तीकरण प्रक्रिया के दौरान 10 से 15 किलोमीटर के एरिया में ध्वनि प्रदुषण और वायु प्रदूषण के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है लेकिन टावर ध्वस्त होते ही यह परेशानी एक दम से बढ़ जाएगी। और जैसा की लोगो को बताया गया है, कि प्रदुषण के दौरान लोगो को कॉलोनी से बहार रहने की सलाह दी गयी है| तो इसका विशेष ध्यान रखे और जब तक प्रदुषण कम न हो जाये दूर रहे|
Twin Tower Noida ट्विन टावर गिरने के बाद सावधानी
डाक्टरों द्वारा निर्देश कुछ दिनों तक लोगों को अपने स्कीन और आंखों को भी विशेष ख्याल रखना चाहिए| आंखों में जलन या स्कीन से संबंधित कोई दिक्कत आती है| तो तुरंत ही संबंधित विभाग के डॉक्टरों से दिखानी चाहिए| खासकर लोगों को सांस अगर फूल रही हो या छाती में दर्द हो रहा हो तो तुरंत ही अस्पताल जाना चाहिए| इसके साथ ही ब्लड प्रेसर और सुगर का लेवल बढ़ गया तो तुरंत ही अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए| आपको न्यूरो से सबंधित बीमारी जैसे स्ट्रेस बढ़ गए हैं| या चिड़चिड़ापन आ गया है| तो तुरंत ही अस्पताल जाना चाहिए| खासकर बीमार व्यक्ति जैसे कार्डिक, न्यूरोलॉजिकल टाइप के मरीजों के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं और बच्चों में किसी तरह के चेंजेज आने पर डॉक्टरों को जरूर बताना चाहिए, और विशेष रूप से अपना ध्यान रखे|
कैसे कर सकते है बचाव –
जैसा की हम जानते हैं की हमें किसी भी प्रकार की बीमारी या इन्फेक्शन होने पर हम अपने नाक-मुह को कवर करके रखते है उसी तरह यहाँ भी आपको ये निम्न तरीके से बचाव करना होगा|
- मास्क पहनें |
- कुछ समय के लिए आस पास के एरिया से दूर रहे|
- घरों में एयर पीयूरिफायर का प्रयोग करें|
- बाहर जाने से परहेज करें |
- नियमित रूप दवा ले जो किसी भी रोग के लिए दवा खा रहे है|
- स्किन मॉइस्चराइजर का इस्तेमाल करे|
- आँखों की सुरक्षा के लिए चश्मे का प्रयोग करें|
- स्किन या आँखों में जलन होने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लें |
वायु प्रदुषण से लोगों को हो सकती है ये बीमारियां –
जब धुल-धक्कड़ अन्दर घुसता है, तो लोगो को साँस लेने में तकलीफ या अस्थमा जैसे बीमारी होने लगाती है| जिसके कारन ये निम्न तरीके के बीमारी आपको हो सकती है|
- सिर दर्द
- आंखो में दिक्कत (जलन होना,लाल हो जाना, खुजली होने की समस्या)|
- क्रानिक ब्रोंकाइटिस|
- स्किन रेशेस |
- नाक बहना ,गले में दिक्कत |
- कफ की समस्या |
- अस्थमा के अटेक |
- ब्लड प्रेशर बढ़ जाना |
- मानसिक तनाव |
- एलर्जिक सायनुसाइटिस जैसे रोग हो सकते है|
आस-पास के निवासियों के लिए जरुरी सुझाव
जैसा की सबको अलर्ट कर दिया हैं कि (दोपहर 2:30 बजे) किया जायगा उस समय से लेकर महीने भर तक प्रदुषण का कोहराम चलता रहेगा इस बिच लोगो से निवेदन की वो अपने स्वास्थ का ध्यान रखे जरुरी सुचना जो दिया गया है, उसे जरुर फॉलो करे|
- उस अवधि के लिए अपने फ्लैट/सोसाइटी से बाहर जाने से बचें।
- विध्वंस के समय (दोपहर 2:30 बजे) अपने दरवाजे और खिड़कियां बंद रखें।
- आप अपने एसी यूनिट को कवर करने की योजना बना सकते हैं।
- अधिमानतः अपने एसी को तब तक बंद कर दें जब तक कि विस्फोट के ठीक बाद धूल जम न जाए।
- आप अपने वाहनों को कवर करने की योजना बना सकते हैं, विशेष रूप से खुली पार्किंग में पार्क किए गए।
- अगर आपको किसी काम के लिए बाहर जाना पड़े तो ट्रैफिक एडवाइजरी (संलग्न) देखें।
- बालकनियों से कपड़ा आदि हटा दें।
- अंतिम लेकिन सबसे महत्वपूर्ण, कृपया घबराएं नहीं और किसी भी स्थिति में अपना धैर्य बनाए रखें।
- विध्वंस के दौरान और बाद में सांस की तकलीफ से बचने के लिए मास्क पहनें|
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