Mysterious Place In India : ये सच की हम जिस दुनिया में रहते है, वंहा अजीबो गरीबो घटनाये तो होती ही रहती है| और यह दुनिया अजब-गजब बातों और रहस्यों से भरी पड़ी है| जिनके बारे में कई बार ऐसी जानकारी भी मिलती है| कि आप चौक जायेंगे और उस पर हैरत करें या विश्वास समझ नहीं आता| अपने भारत में भी ऐसी कई जगहें हैं देखि या घुमे होंगे| और जगह रहस्यमय भी होता है, जिसके बारे में बहुत कम ही लोगों को पता है| आज हमारे द्वारा अपने इस आर्टिकल में हम भारत के कुछ इन्ही अनोखे और रहस्यमयी गांवों के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं। जैसे, भारत के 09 रहस्यमयी और अनोखे जगह के बारे में बताएँगे और वो जगह कौन से हैं | कहाँ है, क्या भारत में है, और है, तो कहा पर स्थित है इन्ही के बारे में आज जानेंगे|
भानगढ़ का किला राजस्थान
भानगढ़ का किला राजस्थान – इस किले को राजस्थान का सबसे डरावनी जगह बताया जाता है, जंगलो के बिच मौजूद इस किले के डरावनी होने के पीछे एक कहानी भी बताई जाती है| कहा जाता है, कि एक तांत्रिक भानगढ़ की राजकुमारी का दीवाना हो गया था| और उसे काला जादू करके अपना बनाना चाहता था| इसके बाद राजकुमारी ने कुछ ऐसा किया कि तांत्रिक की जादू उन्ही पर उल्टा पड़ गया और जादूगर तांत्रिक की मौत हो गयी| मरने से पहले तांत्रिक ने श्राप दिया कि इस किले में रहने वाले लोग जल्दी ही मर जायेंगे| और उन सभी की आत्माए इस किले में भटकती रहेगी| कहा जाता कि इसी वजह से आज भी इस कीलें में उनकी रूह भटकती रहती है|
जतिंगा गाव Mysterious Place In India
जतिंगा गाव – असम में स्थित यह गाव पक्षीय आत्महत्या के घटनाओ के लिए सुर्ख़ियों में बना हुवा है| कहा जाता है, कि पक्षीय यहाँ आकर आत्मा हत्या करते है| जापान के माउस सूजी तलहटी के घने जंगलो में जिस तरह से लोग आत्महत्या करने आते है| ठीक उसी तरह मानसून के काले रात पर जतिंगा गाव में आसमान पर मंडराने लगते है काले साया| रौशनी की ओर झुण्ड की झुण्ड आकार काल के गाल में समा जाते है| चिडियों के इस प्रकार सामूहिक आत्मा हत्या के पीछे का क्या कारन है| इस बात का पता आज तक नहीं लगाया जा सका है| इस बात का पता लगाने के लिए कई शोध भी किये गए है| लेकिन अभी तक पता चल नहीं पाया है| असम के कक्षार में स्थित इस इस घाटी के रहस्यो को जानना जरुरी है|
मत्तुरु (कर्नाटक) Mysterious Place In India
मत्तुरु (कर्नाटक) – मत्तुरु यह गांव कर्नाटक के शिवमोग्गा जिले में स्थित है। मट्टुरु गांव में 300 परिवार रहते हैं| और आपको जानकर हैरानी होगी कि गांव के सभी लोग संस्कृत भाषा का प्रयोग करते हैं। ये लोग अपनी दिनचर्या में केवल संस्कृत भाषा बोलते हैं। चाणक्य के जमाने की याद दिलाने वाले उनके कपड़ों को देखकर गांव आने वाले पर्यटक हैरान रह जाते हैं। यहां उनके पारंपरिक कपड़े हैं। यह गांव आधुनिक युग में एक मिसाल बन गया है। इस क्षेत्र का हर बच्चा संस्कृत बोलता है| और इस गांव में अंग्रेजी भी बहुत अच्छी तरह बोली जाती है। इस गांव ने आधुनिकता के साथ संस्कृति का तालमेल बनाए रखा है। और यह बात बहुत विशेष मानी जाती है, की इन्होने संस्कृत भाषा का मान अभी रखा जा रही है|
रूपकुंड झील Mysterious Place In India
रूपकुंड झील – यह नहीं हिमालय पर्वत में स्थित है| इस तट पर मानव का कंकाल पाए गए| पिछले कैसे वर्षो से भारतीय और यूरोपीय वैज्ञानिक के समूहों ने इस रहस्य को सुलझाने के कई प्रयास किये है| पर वे नाकाम रहे| भारत के उत्तरी क्षेत्र में खुदाई के समय नेशनल जियोग्राफी भारतीय प्रभात को 22 फिट का विशेष कंकाल मिला है| उत्तर के रेगिस्तानी इलाके में स्थित यह जगह क्षेत्र सेना के नियंत्रण में है| यह वही इलाका हैं जहाँ से कभी प्राचीन काल में सरस्वती नदी बहती थी|इस कंकाल को वर्ष 2007 में नेशनल जियोग्राफी की टीम ने भारतीय सेना की सहायता से उत्तर भारत के इस इलाके में खोजा है| 08 सितम्बर 2007 को इस घटनाओ के बारे में खबर भी छपी हुयी थी| हालाँकि इस तरह के खबरों की कोई पुष्टि नही हुयी है|
इस मामले में जब तक कोई अधिकृत बयां नहीं मिल जाता तब याक इसे असत्य ही मानी जा रही है| बताया जाता है, की कद काठी के हिसाब से यह कंकाल महाभारत के भीम व् घटोत्कच के विवरण से मिलता जुलता है| इसकी तुलना हिमालय में पाए जाने वाले यति से भी की जा रही है| माना जा रहा है, की भारत में के इस तरह विशालका्य मानव भी रहते थे| और भारत सरकार द्वारा अभी इस खोजभिन गुप्त रखा जा रहा है| यहा खास बात यह है, कि इतने बड़े मनुष्य के होने का प्रमाण अभी तक नहीं मिल पाया है|
अलिया भुत लाईट Mysterious Place In India
अलिया भुत लाईट – पश्चिम बंगाल के दलदलीय इलाको में कई बार रहस्यमय रौशनी देखे जाने की जानकारी मिली थी स्थानीय लोगो के मुताबिक यह उन मछुवारो के आत्माए है| जो मछली पकड़ते वक्त किसी वजह से मर गए थे| ऐसा भी कहा जाता है, कि जिन मछुवारो को यह रेशनी दिख जाता है, तो वह या तो रास्ता भटक जाते है| या तो ज्यादा दिन तक जिन्दा रहते है| इन दलदली क्षेत्रो से कई मछुवारो की लाशे भी मिली है लेकिन स्थानीय प्रशासन यह मानने को तैयार ही नहीं है| की ये सब भूतो के चलते हो रहा है, उनके मुताबिक मछुवारो के साथ ऐसे दुर्घटनाये होती रहती है| हलाकि इस रहस्य की गुत्थी अभी तब सुलझ नहीं पायी है|
शेतफल सोलापुर (महाराष्ट्र)
शेतफल सोलापुर – शेतफल यह गांव सोलापुर जिले में है, यह गांव पुणे शहर से 200 किमी की दूरी पर स्थित है। और हम सभी देवी-देवताओं की पूजा करते हैं और भारतीय संस्कृति के अनुसार पशु की भी पूजा की जाती है। शेतफल गांव में हर घर में सांप रखे जाते हैं। यह दुनिया का ऐसा अजूबा है जहां सांप नहीं मारे जाते, बल्कि बूढ़े और बच्चे उनके साथ खेलते हैं। जैसे सामान्य लोग अपने घर में कुत्ते, बिल्ली आदि जानवर रखते हैं| वैसे ही शेतफल गांव में सांपों को पाला जाता है।
और इस गांव में सांपों की पूजा की जाती है। स्कूल, कॉलेज, बाजार में हर जगह सांप घूमते हैं। अभी तक ऐसी कोई घटना नहीं हुई है कि इस गांव में सांपों ने किसी को नुकसान पहुंचाया हो| इस गांव में घर चाहे पक्का हो या कच्चे सांप के रहने की जगह जरूरी है। और यह बात सत्य मानी जाती है|
तिब्बत का यमद्वार
तिब्बत का यमद्वार – प्राचीन काल में तिब्बत को भारत का अखण्ड हिस्सा भी हुवा करता था| तिब्बत को चीन ने अपने कब्जे में ले रखा है, तिब्बत से 30 मिनट की दुरी पर है यह यम का द्वार, यम का द्वार पवित्र कैलाश पर्वत के रस्ते में ही पड़ता है| हिन्दू मान्यता के अनुसार इसे देवता यमराज के घर का प्रवेश द्वार भी मन जाता है| यह कैलाश पर्वत की परिक्रमा यात्रा की शुरुवाती पॉइंट पर है| तिब्बती लोग इसे चोटिन काल नदी के नामे से जानते है| जिसका मतलब होता है, दोपहर वाले समय ऐसा कहा जाता है, कि यह रात में रुकने वाला व्यक्ति जीवित नहीं रह पता है| हमारे भारत देश में ऐसी कई घटनाये हो चुकी है, लेकिन इसके कारणों का खुलासा आज भी नहीं हो पाया है| साथ वंहा एक मंदिर जैसे द्वार भी बना हुवा है, जिसका कोई प्रमाण नहीं है|
राजस्थान कुलधरा गांव
राजस्थान कुलधरा गांव – राजस्थान के जैसलमेर जिले के कुलधरा गांव में कई राज दफन है| यह गांव पिछले 170 सालों से वीरान है| वो गांव जो रात ही रात में वीरान हो गया और लोग लंबे समय तक नहीं समझ पाए कि इसके वीरान होने का राज क्या था| कहा जाता है कि यह गांव रूहानी ताकतों के कब्जे में है| कुलधरा में एक खामोश गलियारे में उतरती कुछ सीढ़ियां भी हैं, कहा जाता है, कि शाम ढलने के बाद अक्सर यहां कुछ आवाजें सुनाई देती हैं| रहस्यमय परछाई दिखती है| गांव के खाली होने की कहानी एक रियासत के दीवान की गंदी नीयत और गांव वालों के सम्मान से जुड़ी है| जिसकी रक्षा के लिए एक साथ पांच हजार से ज्यादा लोगों ने एक साथ पलायन कर दिया था| और इनका सिद्ध अभी नहीं हो पाया है|
शनि शिंगणापुर (महाराष्ट्र)
शनि शिंगणापुर (महारास्ट्र) – शनि शिंगणापुर, यह गांव अहमदनगर जिले के नेवसे तहसील में है, और घोर गांव से 5 किमी दूर स्थित है। इस गांव का प्रसिद्ध मंदिर श्री शनेश्वर देवस्थान है| जिसके कारण इस गांव का नाम शनि शिंगणापुर पड़ा है। शनि शिंगणापुर गांव की आबादी करीब 3 हजार है। इस गांव की लोकप्रियता यह है कि यहां विश्व प्रसिद्ध शनि देव मंदिर है। इस गांव की दूसरी लोकप्रियता यह है, कि यहां के घरों में दरवाजे नहीं हैं। इस गांव में किसी भी घर में दरवाजा नहीं है। इस गांव के लोगों के घरों में अलमारी, सूटकेस आदि नहीं होते हैं, वे अपना कीमती सामान बैग या बक्सों में रखते हैं। जानवरों के बचने के लिए बांस का एक छोटा सा दरवाजा है।
इस गांव में आने वाले शनि देव के भक्त कभी भी अपने वाहनों को बंद नहीं करते हैं| मेला कितना भी बड़ा क्यों न हो और इस गांव से कभी भी कोई कीमती सामान या वाहन चोरी नहीं हुआ है। शनि शिंगणापुर में कोई थाना नहीं है। ताज्जुब है कि चोर खुला माल होने पर भी चोरी नहीं करता| और अगर जो चोर चोरी करता है तो वह इस गांव से बाहर नहीं जा सकता| क्योंकि गांव के लोग शनि देव की पूजा करते हैं| और शनि देव की असीम कृपा मिलती है। गाँव निवासियों पर शनि देव की कृपा अटूट है| आप भी एक बार शनि शिंगणापुर जरुर जाये| #jaishanidev
इन्हें भी पढ़े – Ajab-Gajab News : पिता के साथ बेड शेयर करने पर क्यों मजबूर हुयी बेटी, जाने पूरी कहानी