दरअसल आप लोगो ने अक्षय कुमार की मूवी गब्बर इस बैक मूवी तो जरूर देखी होगी। इस मूवी में दिखाया गया है कि कैसे प्राइवेट हॉस्पिटल और मेडिकल माफिया आम जनता के स्वास्थ्य और भावनाओं से खिलवाड़ करती है। इस मूवी में एक सीन में दिखाया गया है की अक्षय कुमार जब एक मरे हुए आदमी को जब एक प्राइवेट हॉस्पिटल में बीमार है कहकर एडमिट करते है तो हॉस्पिटल के लालची मैनेजमेंट जरा से पैसे के लालच में उस मृत हुए व्यक्ति का झूठा इलाज करते हुए उसके परिवार को गुमराह करती है।
इसी तरह का एक मामला छत्तीसगढ़ के अभनपुर ब्लॉक के डोंगीतराई गांव के निवासी लीकेश कुमार साहू के परिवार के साथ देखने को मिलता है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल डोंगीतराई, अभनपुर निवासी लिकेश कुमार साहू की पत्नी का शादी के कुछ ही सालों बाद गर्भावस्था के दौरान अभनपुर के निजी अस्पताल कृष्णा मल्टीस्पेशलिटी में प्रसव के दौरान मृत्यु हो गई। यह घटना 12 अप्रैल 2022 का है।
आज इस घटना को पूरे 9 महीने पूरे हो चुके है लेकिन जब लिकेश ने अपनी पत्नी के मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए आयदन दिया तो स्वास्थ्य अमला और स्वास्थ्य जांच अधिकारी मामले की लीपापोती करते हुए मामले को घुमाते रहे और आज तक लिकेश को मृत्यु प्रमाण पत्र नही मिल पाया है।
क्या कहते है स्वास्थ्य अमला अधिकारी
इस घटना क्रम से संबंध रखने वाली सी एच सी अधिकारी से जब लिकेश ने निवेदन किया तो उनके द्वारा भी मृत्यु की पुष्टि की गई और कई बार समक्ष बयान भी दर्ज किए गए। लेकिन पूरे 9 महीने के बाद भी लिकेश मृत्यु प्रमाण पत्र नही मिल पाया है।
लिकेश के प्रेस विज्ञप्ति व प्रस्तुत आवेदन
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