Basic Info –
नाम साहबजादे इरफान अली खान
जन्म 7 जनवरी 1967
जन्मस्थान जयपुर राजस्थान
मृत्यु 29 अप्रैल 2020
मृत्यु के बारे में न्यूरोएंडोंक्राइन ट्यूमर के कारण कोकिलाबेन धीरूभाई अम्बानी हॉस्पिटल मुंबई में अंतिम सांसे ली
उम्र 53 साल (मृत्यु के समय)
पत्नी सुतापा सिकदार मैरिज डेट 23 फरवरी 1995
Facts about Irrfan Khan
- इरफान खान एक जमींदार खानदार से बिलॉन्ग करते थे हालांकि वो एक मिडिल क्लास फैमली था।उनके पिताजी का टायरों का बिजनेस था।
- स्कूल के दिनों में वो बहुत ही धीमे स्वर में बात करते थे
- बचपन में वो काफी स्ट्रगल भी किए है यहां तक कि उन्होंने AC रिपेयर का काम और ट्यूशन भी दिया है।
- वह क्रिकेट में रुचि रखते थे और एक बार CK nayudu टूर्नामेंट के लिए सिलेक्ट भी हुए थे लेकिन फंड की कमी के कारण वो चूक गए।
- जब वो जयपुर में M.A. की पढ़ाई कर रहे थे तभी उन्हे नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से ऑफर मिला जो जहां उनके ड्रामा कैरियर की शुरुवात हुई।
- जब वो ड्रामा और एक्टिंग के लिए मुंबई शिफ्ट हुए तब वो (पंचायत वेब सीरीज के सरपंच) रघुबीर यादव के साथ रूम शेयर किए थे।
- नब्बे के दशक के मशहूर टीवी शो जैसे भारत एक खोज(1988), चाणक्य (1991), बनेगी अपनी बात (1993), अनुगुंज (1993), सारा जहां हमारा(1994), चंद्रकांता(1994), स्टार bestsellers (1995) और स्पर्श (1998) जैसे पापुलर टीवी शो में काम किया जहा उनके एक्टिंग की खूब सराहना हुई।
- जब इरफान साब नेशनल ड्रामा अकैडमी में ड्रामा सिख रहे थे तो उसी क्लास में उनकी मुलाकात सूतापा सिकदार से हुई जो आगे उनकी डायलोग राइटर बनी और आगे चलके उनकी धर्मपत्नी भी। सुतापा जी हिंदू ब्राह्मण फैमिली से बिलॉन्ग करती है।
- Irfan अपने नाम की स्पेलिंग को 2012 में चेंज किए ।वो Irfan से बदलकर Irrfan रख दिए । उनका कहना था कि उन्हें एक्स्ट्रा r की साउंड पसंद है।
- हालांकि उन्हें कई फिल्मफेयर और अंतरराष्ट्रीय पुरुस्कार मिले है लेकिन गवर्मेंट ऑफ इंडिया द्वारा दिए गए पद्म श्री उनके लिए कई मायने रखते हैं।
- 1993 में उन्होंने एक बार कहा था की उन्हे जुरासिक पार्क देखने के लिए ज्यादा पैसे नही है। आगे चलकर 2015 में इरफान खुद जुरासिक वर्ल्ड मूवी में काम किए।
- इसके अलावा उन्होंने द अमेजिंग स्पाइडर मैन (2012), लाइफ ऑफ पाई (2012), इन्फर्नो
- उन्होंने LEGO game में दो बार अपनी आवाज भी दी है।
- एक मुसलमान फैमली से होने के बावजूद भी वो शाकाहारी थे। उनके परिवार वाले उनसे कहते थे की मुसलमान के घर में ब्राम्हण पैदा हो गए करके।
- 2016 में फिल्म मदारी के समय उनका एक ट्वीट और कमेंट से कुछ मुस्लिम धर्मगुरु भड़क गए।दरअसल इरफान जो एक शाकाहारी मुस्लिम थे और जीव हत्या बर्दास्त नही करते थे उन्होंने eid में होने वाले कुर्बानी के लिए कहा था की “लोग आजकल धार्मिक मूल्यों को समझने के बजाय धर्म को गलत मतलब लेकर कट्टरपंथी और क्रूरता का परिचय देते है। कुर्बानी का असल मतलब होता है अपने किसी खास की कुर्बानी देना न की बाजार से दो बकरे खरीद के काट देना, ये कैसी कुर्बानी हुई जबकि बकरे से तुम्हारा कोई रिश्ता ही नही तुम अपने स्वार्थ के लिए बकरे की बलि को कुर्बानी का नाम देते हो ।ये कैसी कट्टरपंथी और रिवाज है।
- फिल्म पीकू के शूटिंग के कारण उन्हें हॉलीवुड मूवी द Martian के लिए ना कहना पड़ा था।
- और 2018 में फिल्म ब्लैकमेल के दौरान उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए अपने ट्यूमर की बात सबसे शेयर की थी।
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